हमें पूर्वजों से हमारा ग्रह विरासत में नहीं मिला है; हमने इसे अपने बच्चों से उधार लिया है। जिस तरीके से हम अपनी ज़िन्दगी आज जी रहे हैं वह हमारे बच्चों की ज़िंदगी को गहराई से प्रभावित करेगा और आज के किए फैसले पृथ्वी पर जीवन को भविष्य में प्रभावित करेंगे। इसलिए, यह हमारा लक्ष्य है की आने वाली अधिनायकों की पीढ़ी को इसके निर्माण में ज़िम्मेदारी लेने, स्थायी होने और कार्रवाई के उचित समय का ज्ञान होने के लिए सूचित, भागीदार एवं प्रेरित करें।
2041 और कंज़र्वेशन वाईल्डलैंड्स ट्रस्ट युवाओं को पर्यावरण संरक्षण एवं स्थायित्व में सक्रियता से भाग लेने के लिए संलग्न करता है। अक्षय उर्जा से संचालित हमारे एजुकेशन बेस (ई-बेस) के माध्यम से, हमने दुनिया भर में इसके नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए चैनल बनाए हैं। अन्टार्कटिका में ई-बेस ने हमारे ग्रह की सुरक्षा के लिए चतुर एवं प्राप्य कदम उठाने के लिए छात्रों एवं शिक्षकों को शिक्षित करता है।
इसी प्रकार, पेंच, भारत में ई-बेस, स्थायी परियोजनाओं के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की सुविधा के लिए स्थानीय बच्चों के लिए एक मंच है। मुझे इसमें कोई शक नहीं है कि परिवर्तन के इन घटकों को सशक्त बनाना वर्तमान पर्यावरण प्रक्षेपवक्र को बदल देगा।
जलवायु परिवर्तन की वास्तविकता को नहीं नकारा जा सकता है, चाहे यह मानव कृत हो या प्राकृतिक चक्र का परिणाम हो। कार्बन डाइऑक्साइड की वायुमंडलीय एकाग्रता 400 पीपीएम को पार कर गई है और यह अब पहले से भी ज्यादा है कि हमारे जाने हुए समाधानों को हम अभ्यास में ल सकें।
मेरे जीवन के अनुभव ने मुझे सिखाया है कि जीवन के परिवर्तन को सुविधाजनक बनाने के लिए, साथ काम करनेवाले एवं सकारात्मक परिणामों को साझा करने वाले प्रतिबद्ध लोगों की एक टीम लगती है। मैं आनेवाले कल के उभरते अधिनायकों से आग्रह करता हूँ की वो अपने समुदाय में स्थ्यित्व की वकालत करें, पर्यावरण के पहलों को बढ़ावा दें (साफ़ उर्जा का इस्तेमाल करके, पानी को संरक्षित करके, रीसाईक्लिंग करके इत्यादि) और अधिक से अधिक लोगों को यही करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए वास्तव में प्रयास करें। इसमें हम साथ हैं और यही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
रॉबर्ट स्वान