२१ नवम्बर २०११ से अब तक २ साल गुजर चुके हैं। पिछले महीने अपार हर्षोल्लास के साथ हमने २४ नवम्बर २०१३ को ई-बेस की दूसरी वर्षगांठ मनाई क्योंकि इस दिन छात्रों ने शिक्षक सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई!
यह प्रदर्शनी दो सालों के वर्कशॉप की परिणती थी क्योंकि हमने इसे बच्चों को उनके सिखे हुए सबकों को प्रदर्शित करने का एक अवसर के रूप में लिया। विज्ञान के प्रयोगों और प्रदर्शनों, अपशिष्ट प्रतिष्ठानों, जैव विविधतापूर्ण खेलों और प्रतियोगिताओं के साथ, ई बेस में करीब 250 छात्रों की उपस्थिति थी!
We had students explaining scientific concepts and natural phenomena through demonstrations and games to their juniors and adults present.
उनके कनिष्ठ और वयस्कों को प्रदर्शनों और खेल के माध्यम से वैज्ञानिक अवधारणाओं और प्राकृतिक घटनाओं को समझाते हुए हमारे छात्र वहाँ उपस्थित थे।.
पिछले सप्ताह वर्कशॉप में किए गए उनके कागज लुगदी कृतियों को प्रदर्शित करते और इस कला के माध्यम से अपनी पुरानी पाठ्य पुस्तकों को नया जीवन देने की प्रक्रिया को समझाते हुए हमारे छत्र भी वहाँ मौजूद थे।
छात्रों ने इन वस्तुओं और अन्य उपयोगी वस्तुओं का निर्माण करने के लिए अपनी पुरानी पुस्तकों और अन्य बर्बाद कागज का इस्तेमाल किया।
चेहरा चित्रकारी युवा छात्रों के लिए एक वास्तविक आकर्षण था। उन्होने अपने बाघ और तेंदुए के चेहरे को बहुत पसंड किया!
चेहरा चित्रकारी युवा छात्रों के लिए एक वास्तविक आकर्षण था। उन्होने अपने बाघ और तेंदुए के चेहरे को बहुत पसंड किया!
हम इस अवसर के लिए पेंच में हमारे समर्थन प्रणाली का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं। जंगल होम रिसोर्ट जिन्होने अथक रूप से वर्कशॉप के लिए सामानों और पेंच की यात्र में हमारी मदद की जिसके बिना हमारा वर्कशॉप जितना अच्छा रहा उसका आधा भी नहीं होता। हमारे विद्यालय परियोजनाओं में हमारी सहायता करने और हमारे वर्षगांठ के लिए स्वादिष्ट केक उपलब्ध कराने के लिए बागवां को बहुत बहुत धन्यवाद!
महज दूसरी वर्षगांठ पर इस तरह की सफलता के साथ, जहां ई-बेस के लिए अभी ऐसे कई साल आने बाकी हैं!